Indian Economics

भारत में बेरोजगारी की समस्या

भारत में बेरोजगारी की समस्या (Problem of Unemployment In India) सामान्य रूप से बेरोजगारी का आशय उत्पादन कार्य में न लगा होना है। बेरोजगारी की समस्या एक सामान्य समस्या है जो विकसित या अल्प विकसित सभी प्रकार की अर्थव्यवस्थाओं में पायी जाती है।परम्परावादी अर्थशास्त्रियों का मानना है कि पूर्ण रोजगार एक सामान्य अवस्था है और …

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राष्ट्रीय आय (National Income)

राष्ट्रीय आय (National Income) राष्ट्रीय आय से तात्पर्य किसी देश की अर्थव्यवस्था द्वारा पूरे वर्ष के दौरान उत्पादित अन्तिम वस्तुओं व सेवाओं के शुद्ध मूल्य के योग से होता है, इसमें विदेशों से अर्जित शुद्ध आय भी शामिल होती है।  मार्शल के अनुसार-’’किसी देश की श्रम एवं पूंजी उस देश के प्राकृतिक संसाधनों के साथ …

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आर्थिक संवृद्धि एवं विकास

आर्थिक संवृद्धि एवं विकास (Economic Growth And Development) निश्चित समयावधि में किसी अर्थव्यवस्था में होने वाली वास्तविक आय की वृद्धि, आर्थिक समृद्धि है। यह एक भौतिक अवधारणा है। यदि, राष्ट्रीय उत्पाद, सकल घरेलू उत्पाद तथा प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हो रही है, तो माना जाता है कि आर्थिक संवृद्धि हो रही है। आर्थिक विकास …

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एक परिचय ,अर्थव्यवस्था के प्रकार

एक परिचय (Introduction)  एक परिचय मनुष्य की समस्त आर्थिक गतिविधियों का अध्ययन और विश्लेषण करने वाली विधा अर्थशास्त्र कहलाती है। अर्थशास्त्र का व्यवहारिक पक्ष अर्थव्यवस्था है। अर्थव्यवस्था एक ऐसी प्रणाली है जिसकी सहायता से देश में उपलब्ध संसाधनों का दोहन और नये संसाधनों का निर्माण किया जाता है। अर्थव्यवस्था के माध्यम से असीमित आवश्यकता और …

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